Traffic Rules and Regulations

Background

Road traffic crashes have become one of the world's largest public-health and injury-prevention problems. The issue is all the more acute because the victims are overwhelmingly healthy before their crashes. According to the World Health Organization (WHO), more than 1 million people are killed on the world's roads each year.

A report published by the WHO in 2004 estimated that some 1.2 million people were killed and 50 million injured in traffic collisions on the roads around the world each year and that traffic accidents were the leading cause of death among children 10–19 years of age. The report also noted that the problem was most severe in developing countries like India and that simple prevention-measures could halve the number of deaths.

Government statistics show that more than 400 road accidents occur in India almost every day due to the negligence of the people driving and walking on roads. In many of these accidents, people get injured and in most of them, there are deaths of people involved also while some may escape unhurt. But, if traffic violations had not taken place and people were following the road traffic signs properly, there is a very high chance that the number of accidents will be very less than the current rate of 400 accidents per day.

Before you take to the road

आदेशात्‍मक सड़क चिन्‍ह

सड़क के निश्चित क्षेत्र का पयोग करने वाले यातायात के लिए इन चिन्हों का पालना करना अनिवार्य है । ये चिन्ह दर्शाते हैं कि व्यक्ति को क्या करना चाहिए और क्या नहीं करना चाहिए, आम तौर पर आदेशात्मक चिन्ह गोल आकृति में और लाल किनारे वाले होते हैं । इनमें से कुछ नीले रंग में होते है । ‘रूकिए’ और ‘रास्ता दीजिए’ के चिन्ह आकृति में क्रमश: अष्टभुजाकार या त्रिकोकणीय होते हैं । इन चिन्हों के उल्लंघन पर भारी जुर्माने या दंड का भुगतान करनरा पड़ता है । महत्वपूर्ण बात यह है कि इनके उल्लंघन से बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती है़ ।

रूकिए

यह चिन्ह सबसे महत्वपूर्ण और प्रमुख सड़क चिन्हों में से एक है । यह चिन्ह दर्शाता है कि ड्रााइव0र वाहन को तत्काल रोक दे । आम तौर पर पुलिस, यातायात और पथ-कर प्रशासन इस चिन्ह को जांच-चौकियों पर लगाते हैं ।

रास्ता दीजिए

इस चिन्ह का प्रयोग गोल चक्कर पर किया जाता है जहां एक विशेष लेन अनुशासन का पालन किया जाना होता है । यह चिन्ह वाहनों को उनकी दायी तरफ यातायात के लिए अन्य वाहनों को रास्ता देने का निर्देश देता है ।

प्रवेश निषेध

यह चिन्ह दर्शाता है कि यहां सभी वाहनों का प्रवेश निषेष है । एक क्षेत्र के कुछ भागों को यातायात के लिए प्रवेश निषेध के रूप चिन्ह किया जाता है । यह प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश या यातायात निषेध क्षेत्र हो सकता है । इसलिए, चालक को इसका पालन करना चाहिए और अपना मार्ग परिवर्तित कर लेना चाहिये ।

आने वाले यातायात को प्राथमिकता

सड़क के प्रवेश में यह संकेत दर्शाता है कि सामने से आने वाले यातायात को प्राथमिकता दी जानी चाहिए । सड़क के एक संकरे भाग, जहां से आने व जाने वाले यातायात का एक साथ निकल पना कठिन या असंभव हो, वहां यातायात को प्राथमिकता के आधार पर संचालित करके नियंत्रित किया जाता है ।

सभी मोटर वाहनों का आना मना है

यह चिन्ह दर्शाता है कि इस निर्दिष्ट क्षेत्र में वाहरी या भीतरी वाहन नहीं चलाए जाएंगे । इस क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने के लिए ऐसा किया जाता है । पदयात्रियों के उपयोग वाले क्षेत्रों में भी इस चिन्ह का इस्तेमाल किया जाता है ।

ट्रकों का आना मना है

जैसा कि चिन्ह से स्प्ट है, निर्दिष्ट क्षेत्र में ट्रक या भारी मोटर वाहनों (एचएमवी) का प्रवेश वर्जित है । ये वे संकरे रास्ते या भीड़भाड़ वाले क्षेत्र हो सकते है, जहां भारी मोटर वाहनों के प्रवेश से यातायात के सुगत प्रवाह के बाधा पहुंच सकती है ।

बैलगाडि़यों और हाथठेलों का अना मना है

यह चिन्ह दर्शाता है कि इस सड़क पर बैलगाडि़यों और हाथ – ठेलों को चलाना वर्जित है । धीमी गति से चलने वाली ये गाडि़यां और ठेले कई बार यातायात के सुगम प्रवाह में बाधा उत्पन्न करते हैं ।

बैलगाडि़यों का आना मना है

धीमी गति के वाहन कई बार यतायात के सुगम प्रवाह में बाधक बनते हैं । इसलिए, कुछ क्षेत्रों को सीमांकित कर उनमें बैलगाडि़या चलाने की अनुमति नहीं दी जाती है ।

तांगों का आना मना है

कुछ समय पहले तक परिवहन के लोकप्रिय साधन के रूप में तांगों या घोड़ा गाडि़यों का व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता था । लेकिन परिवहन के नए और तेज साधनों के प्रचलन के साथ तांगे और घोड़ा गाडि़यां यातायात के सुगम प्रवाह में बाधक बन गए हैं । इसलिये, अनेक क्षेत्रों व सड़कों पर तांगे चलाने पर रोक लगा दी गई है ।

हाथ ठेलों का आना मना है

यह चिन्ह दर्शाता है कि निर्धारित सड़क पर हाथ ठेले चलाने पर रोक है क्योंकि ये यातायात के तेज प्रवाह में बाधक बनते हैं ।

साइकिलों का आना मना है

साइकिल सवारों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ सड़कों पर, जहां तेज गति से वाहन चलते हैं, साइकिल चलाने पर रोक लगा दी जाती है । इसलिये साइकिल-सवारों को उन सड़कों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिये, जहां यह चिन्ह लगा हो ।

पदयात्रियों का आना मना है

यह चिन्ह संबंधित सड़क या निकटवर्ती क्षेत्र में पदयात्रियों की आवाजाही पर रोक को दर्शाता है । यह वह रास्ता या राजमार्ग हो सकते हैं, जहां तेज गति से वाहन चलते हैं । यह चिन्ह चौराहे (इंटरसेक्शन) पर हो सकता है, जहां रास्ता पार करने के लिए सबवे (तलमार्ग), फुट ओवरब्रिज )पैदल पार कनने का ऊपरी पुल) आदि जैसी सड़क पार करने की वैकल्पिक व्यवस्था की गई हो ।

दाएं मुड़ना मना है

यह चिन्ह चालक को निर्देश देता है कि वह किसी भी परिस्थिति में दाएं न मुड़ै ।

बाएं मुड़ना मना है

यह चिन्ह चालक को निर्देश देता है कि वह किसी भी परिस्थिति में बाएं न मुड़ें ।

वापस मुड़ना (यू-टर्न) मना है

सड़क के कुछ व्यस्त चौराहों (इंटरसेक्शन) पर यह चिन्ह देखा जा सकता है । इन चौराहों पर वापस मुड़ने (यू-टर्न) से बड़ी दुर्घटनाएंहो सकती है या यातायात जाम लग सकता है । जुर्माने और किसी भीर अप्रिय घटना से बचने के लिए ड्राइवर को चाहिए कि वह इस चिन्ह का उल्लंघन न करें ।

ओवरटेकिंग (आगे निकलना) मना है

राजमार्गों और ऑटोमोबाइल टेक्नोलॉजी के विकास के साथ वाहनों की गति में गई गुना वद्धि हुई है। इसलिए सड़क पर ड्राइविंग करते हुए समय बचाने के लिऐ आगे निकलने (ओवरटेकिंग) की कोशिश की जाती है । लेकिन, कुछ स्थानों पर जहां संकरी सड़क, पुल और मोड़ इत्यादि होते हैं वहां पर ओवरटेकिंग करना खतरनाक हो जाता है । इन स्थानों पर सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह चिन्ह लगाकर आगे निकलना वर्जित किया जाता है ।

हॉर्न बजाना मना है

आधुनिक समाज में अत्यधिक और अनावश्यक रूप से हॉर्न बजाना असभ्य व्यवहार माना जाता है, लेकिन अस्पताओं और स्कूलों आदि के आसपास मौन क्षेत्र होते है, जहां हार्न बजाना पूरी तरह वर्जित है । यह चिन्ह ड्रावर को मौन क्षेत्र का पालन करकने और हॉर्न न बजाने का निर्देश देता है ।

चौडाई सीमा

यह चिन्ह उस वाहन की चौड़ाई दर्शाता है, जिसे चिन्ह के स्थान के पार जाने के क्षेत्र में प्रवेश के लिए अनुमति दी जाती है । इस क्षेत्र में 2 मीटर से ज्यादा चौड़ाई वाले वाहन के प्रवेश पर रोक होती है । यह कोई पुल या संकरा रास्ता हो सकता है ।

लंबाई सीमा

कुछ सड़के कम ऊंचाई के पुलों, रेलवे लाइनों आदि के नीचे होती हैं । किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए प्रशासन वाहन की उस ऊंचाई को दर्शातरा है, जो आसानी से पुल के नीचे से गुजर सके । दुर्घटना और दंडात्मक कार्रवाई से बचने के लिए निर्दिष्ट ऊंचाई सीमा का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए ।

ऊंचाई सीमा

सड़क पर लगा यह चिन्ह दर्शाता है कि कितनी लंबाई का वाहन उस रास्ते से गुजर सकता है । यह चिन्ह पीव्र मोड़ या घुमावदार मोड़ पर लगाया जाता है । यह उन लंबे और बड़े आकार के वाहनों के लिए होता है जो सुरक्षित ढंग से मुड़ नहीं सकते ।

भार सीमा

यह सड़क चिन्ह उस वाहन की भार सीमा के बारे में होता है, जो सड़क पर आगे जा सकते है । यह चिन्ह दर्शाता है कि 5 टन से अधिक भार का वाहन सड़क पर आगे नहीं जा सकता है क्योंकि वहां कोई पुल हो सकता है, जो 5 टन से अधिक भार सहन नहीं कर सकता है या वाहन का भार सहने में सड़क कमजोर है ।

एक्सल भार सीमा

आम तौर पर किसी पुल से पहले यह चिन्ह लगाया जाता है । यह पुल की वहन क्षमता को दर्शाता है। इस चिन्ह की भार सीमा 4 टन है । यह दर्शाता है कि सिर्फ 4 टन या उससे कम एक्सल भार वाले वाहन इस पुल से गुजर सकते हैं ।

गति सीमा

यह चिन्ह वाहन की गति सीमा निर्धारित करता है, जो सड़क पर लगे यातायात चिन्ह में दर्शायी जाती है। दंडात्मक कार्रवाई और सड़क पर दुघैटनाओं से बचने के लिए निर्धारित गति सीमा का हमेशा पालन करना चाहिए ।

गाड़ी खड़ी करना मना है

बड़े शहरों में यह चिन्ह अत्यंत महत्वपूर्ण होता है । यह निर्धारित क्षेत्र में किसी वाहन को खड़ा करने को निषिद्ध करता है । इस क्षेत्र में खड़े किए गए किसी वाहन को उठाकर ले जाया जाएगा और वाहन के मालिक/ड्राइवर के खिलाफ दंडनीय कार्रवाई की जा सकती है । इसलिए, ड्राइवरों को अपने वाहन सिर्फ अधिकृत पार्किंग क्षेत्र में ही पार्क करना चाहिए ।

गाड़ी रोकना या खड़ा करना मना है

कुछ सड़कों पर यातायात का लगातार प्रवाह रहता है और वहां किसी एक भी वाहन के रूक जाने पर यातायात का पूरा प्रवाह प्रभावित हो जाता है । इन क्षेत्रों में ‘गाड़ी को रोकना मना है’ के चिन्ह लगाए जाते हैं । इन जगहों पर वाहन रोकने या खड़ा करने पर दुर्घटना हो सकती है और दंडात्मक कार्यवाही की जा सकती है ।

बाएं मुड़ना अनिवार्य ( दाएं यदि संकेत विपरीत है )

इस चिन्ह को देखने के बाद ड्राइवर को अपना वाहन बाएं मोड़ना होगा । मार्ग परिवर्तन के कारण यह चिन्ह लगाया जाता है ।

आगे चलना अनिवार्य (केवल आगे)

यह चिन्ह दर्शाता है कि यातायात सीधी दिशा में चलना चाहिए, और किसी भी तरफ मुडने पर दंडात्मक कार्रवाई की जा सकती है या सुरक्षा का खतरा हो सकता है ।

आगे चलकर दाएं मुड़ना अनिवार्य (बाएं यदि संकेत विपरीत है )

यह चिन्ह ड्राइवर को सिर्फ दाएं मुड़ने का निर्देश देता है । इस संकेत का पालन करने से सुरक्षित और सुगम ड्राइविंग का मार्ग प्रशस्त होता है ।

आगे चलना या दाएं मुड़ना अनिवार्य

यह चिन्ह यातायात को सीधे चलने या दाएं मुड़ने का निर्देश देता है । बाएं मुड़ना वर्जित है ।

आगे चलना या बाएं मुड़ना अनिवार्य

यह चिन्ह यातायात को सीधे चलने या बाएं मुड़ने का निर्देश देता है । दाएं मुड़ना वर्जित है । इस चिन्ह के उल्लंघन पर आपकी सुरक्षा को खतरा हो सकता है और दंडात्मक कार्यवाही की जा सकती है ।

बाएं रहकर चलना अनिवार्य

यह चिन्ह निर्देश देता है कि यातायात के सुगम प्रवाह के लिए ड्राइवर बाएं रहकर गाड़ी चलाएं । यह चिन्ह मुख्यत: उन सड़कों पर लगाया जाता है, जहां बीच में विभाजक (डिवाइडर) नहीं होता और उसी सड़क पर दुतरफा यातायात प्रवाह रहता है ।

अनिवार्य साइकिल मार्ग

अनिवार्य साइकिल मार्ग संकेत दर्शाता है कि साइकिल चालक को अनिवार्य रूप से इस मार्ग का प्रयोग करना चाहिए । यह संकेत यह भी दर्शाता है कि इस मार्ग पर साइकिल के संचलन के अतिरिक्त किसी अन्य वाहन का संचलन प्रतिबंधित है ।

हार्न बजाना अनिवार्य

कुछ परिस्थ्तियां होती है, जब हार्न बजाना अनिवार्य होता है । अचानक मोड़ (ब्लाइंड दर्न) आने पर खासकर पहाड़ी रास्तों में, मुड़ने से पहले हार्न बजाना एक सुरक्षित उपाय है । इसलिए, आप जब कभी यह चिन्ह देखें तो सामने से आर रहे यातायात को सड़क पर आपकी मौजूदगी की जानकारी देने के लिए हार्न अवश्य बजाएं ।

अनिवार्य न्यूनतम गति

यह चिन्ह दर्शाता है कि जिस स्थान पर यह चिन्ह लगा हुआ है वहां प्रवेश करने के पश्चात चालक वाहन को निर्धारित गति पर ही चलाएगा । इस संबंध में दंडात्मक कार्रवाई तथा सड़क दुर्घटना से बचने के लिये अनिवार्य रूप से निर्धारित गति का अनुपालन किया जाना चाहिए ।

प्रतिबंध समाप्ति चिन्ह

चिन्ह के जरिए सड़क पर दर्शाई गई कोई भी रोक यहां समाप्त होती है । यह चिन्ह दर्शाता है कि चिन्ह/चिन्हों द्वारा लगाई गई रोक इस बिन्दु के पार वैध नहीं है । लेकिन, ड्राइवरों को आत्म-संतुष्ट नहीं होना चाहिए और दुर्घटनाओं से बचने के लिए सुरक्षा के सभी उपाय अपनाने चाहिए ।

सचेतक रोड चिन्ह

ये चिन्ह ड्राइवर को आगे की सड़क पर खतरों/परिस्थितियों के बारे में चेतावनी देने के लिऐ होते हैं । अपनी सुरक्षा के लिए ड़्राइवर को इनका पालन करना चाहिए । हालांकि इन सड़क चिन्हों का उल्लंघन करने पर कानूनी कार्रवाई नहीं की जाती है, किन्तु ये चिन्ह अत्यंत महत्वपूर्ण हैं इसलिए उपेक्षा करने से बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती है । सावधानी वाले चिन्ह त्रिकोणीय आकृति में और लाल किनारे वाले होते हैं ।


दाहिना मोड़

यह चिन्ह आपको आगे की सड़क पर एक दाहिने मोड़ के बारे में सचेत करता है । यह आपको स्थिति के अनुसार गाड़ी चलाने और अचानक मोड़ दिखने पर दुर्घटना की संभावना को निष्प्रभाव करने में सहायक होता है ।

बायां मोड़

यह चिन्ह आपको आगे की सड़क पर एक बाएं मोड़ के बारे में सचेत करता है । यह स्थिति के अनुसार आपको गाड़ी चलाने में भी मददगार होता है । इससे आपको अपनी गाड़ी की गति धीमी करने और मोड़ पर नजर रखने का समय मिलता है । यह अचानक मोड़ दिखने पर दुर्घटना की संभावना को भी करता है ।

दाहिना घुमावदार मोड़

कैंची मोड़ यानी तीव्र मोड विशेष रूप से पहाड़ी सड़को पर होते हैं । यह चिन्ह आपको आगे की सड़क पर एक तीव्र दाहिने मोड़ के बारेमें आगाह करता है । इससे वाहन को मोड़ने के लिए उसकी गति कोक कम करने का समय मिल जाता है और ड्राइवर मुड़ने के लिए सतर्क हो जाता है । इस चिन्ह के न होने पर बड़ी दुर्घट नाएं हो सकती हैं क्योंकि पहाड़ी सड़को पर तीव्र मोड़ आसानी से नजर नहीं आते ।

बायां घुमावदार मोड़

यह चिन्ह आपको आगे की सड़क पर तीव्र मोड़ के बारे में आगाह करता है । यह चिन्ह पहाड़ी सड़कों पर अवश्य लगाया जाता है । इससे वाहन के मुड़ने के लिए उसकी गति को कम करने का समय मिलता है और ड्राइवर मुड़ने के लिए सतर्क हो जता है । इस चिन्ह के न होने पर बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं क्योंकि पहाड़ी सड़को पर तीव्र मोड़ आसानी से नजर नहीं आते ।

दाहिने मुड़कर फिर आगे

यह सड़क चिन्ह आगे की सड़क के वास्तविक डिजाइन, अर्थात जेडनुमा आकार के रास्ते को दर्शाता है । यह ड्राइवर को दाहिनी तरफ टेढ़े-मेढ़े रास्ते के बारे में आगाह करता है । इस चिन्ह को देखने पर ड्राइवर को चाहिए कि वह वाहन की गति कम करें और वाहन को सतर्कता से आगे बढ़ाएं ।

बाएं मुड़कर फिर आगे

यह सड़क चिन्ह आगे की सड़क के वास्तविक डिजाइन, अर्थात जेडनुमा आकार के रास्ते को दर्शाता है । यह ड्राइवर को बाई तरफ टेढ़-मेढ़े रास्ते के बारे में आगाह करता है । इस चिन्ह को देखने पर ड्राइवर को चाहिए कि वह वाहन की गति कम करे और वाहन को सतर्कता से आगे बढ़ायें ।

खड़ी चढ़ाई

यह सड़क चिन्ह दर्शाता है कि आगे के रास्ते पर खड़ी चढाई है एवं ड्राइवर ख्ड़ी चढ़ाई के लिए तैयार हो जाए और संबंधित गियर लगा ले । अधिकतर मामलों में पहाड़ी सड़कों पर ये चिन्ह लगाए जाते हैं, जहां सफर में खड़ी चढ़ाई और सीधी ढलान सामान्य बात होती है ।

सीधी ढलान

यह सड़क चिन्ह दर्शाता है कि आगे के रास्ते पर सीधी ढलान है एवं ड्राइवर संबंधित गियर लगाकर सीधी ढलान पर वाहन चलाने के लिए तैयार हो जाए । सीधी ढलान पर गाड़ीर चलाने के लिए वाहन की गति तेज नहीं रखनी चाहिये क्यों वाहन पर पकड़ कमजोर पड़जाती है । अधिकतर मामलों में पहाड़ी सड़को पर ये चिन्ह लगाए जाते हैं, जहां सफर में खड़ी चढ़ाई और सीधी ढलान समान्य बात होती है ।

आगे रास्ता संकरा है

जब सड़क की चौड़ाई कम हो जाती है और वह किसी संकरे रास्ते से मिल जाती है तो तेज गति से चलने वाले वाहन के सामने से आ रहे वाहन के टकराने की संभावना रहती है । यह चिन्ह ड्राइवर को सतर्क रहने का संकेत देता है क्योंकि आगे का रास्ता संकरा है ।

आगे रास्ता चौड़ा है

यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे का रास्ता चौड़ा है । इस चिन्ह के बाद सड़क चौड़ी होती है और इस प्रकार, यातायात को उसी के अनुसार चलना चाहिए ।

घाट या नदी का किनारा

यह संकेत दर्शाता है कि यह सड़क घाट या नदी के किनारे की ओर जा रही है । चालक को सावधान हो जाना चाहिए और सावधनीपूर्वक वाहन चलाना चाहिए ।

संकरा पुल

कई बार सड़क किसी ऐसे पुल के साथ मिलती है, जो सड़क से कम चौड़ा होता है । यह चिन्ह ऐसे पुलों से पहले लगाया जाता है, जो सड़क की तुलना से संकरे होते है । ड्राइवर को चाहिए कि वह गति कम करे और सुरक्षित ड्राइविंग के लिये सामने से आ रहे यातायात पर नजर रखे ।

फिसलन भरी सड़क

यह चिन्ह आगे की सड़क की फिसलन-भरी स्थितियों को दर्शाता है। इन स्थितियों का कारण जल रिसाव या तेल का फैलना आदि हो सकता है । यह चिन्ह दिखने पर चालक को सदैव दुर्घटना से बचने के लिये अपने वाहन की गति कम करनी चाहिए ।

बिखरी बजरी

यह चिन्ह आम तौर पर पहाड़ी सड़को पर लगाया जाता है, जहां सड़को पर धूल-मिट्टी या बजरी गिरती रहती है । यह चिन्ह दिखने पर ड्राइवरों को धीमी गति से और सावधानीपूर्वक वाहन चलाना चाहिए, क्योंकि यहां थोड़ी सी लापरवाही से भी बड़ी दुर्घटना हो सकती है ।

साइकिल क्रॉसिंग

यह सड़क चिन्ह दर्शाता है कि चौराहे की मुख्य सड़क पर एक साइकिल पथ है या साइकिल चालक इस पथ का निरंतर प्रयोग करते हैं । ड्राइवर को सावधानीपूर्वक चौराहा पार करना चाहिए ताकि साइकिल सवार सुरक्षित ढंग से मुख्य सड़क पार कर सकें ।

दाहिने मुड़कर फिर आगे

यह सड़क चिन्ह आगे की सड़क के वास्तविक डिजाइन, अर्थात जेडनुमा आकार के रास्ते को दर्शाता है । यह ड्राइवर को दाहिनी तरफ टेढ़े-मेढ़े रास्ते के बारे में आगाह करता है । इस चिन्ह को देखने पर ड्राइवर को चाहिए कि वह वाहन की गति कम करें और वाहन को सतर्कता से आगे बढ़ाएं ।

पैदल क्रॉसिंग

पदयात्री यातायात का बादशाह होता है । यह चिन्ह ड्राइवर को आगाह करता है कि वह वाहन की गति धीमी कर दे या उसे रोक दे और पदयात्रियों को रास्ता पार करने दे । सड़क का एक भाग सफेद पट्टियों के रूप में चिन्हित किया जाता है, जिसे जेब्रा क्रॉसिंग के नाम से जाना जाता है । सड़क के जेब्रा क्रॉसिंग पर पदयात्रियों का पहला अधिकार होता है ।

आगे स्कूल है

यह सड़क चिन्ह दर्शाता है कि आगे/आसपास कोई स्कूल है । दुर्घटनाओं से बचने के लिए ड्राइवर द्वारा वाहन की गति धीमी रखना और सावधनी से गाड़ी चलाना जरूरी है । बच्चे अक्सर दौड़कर या अचानक हड़बड़ी में सड़क पार करते है, इसलिये उनकी सुरक्षा के लिए ड्राइवर हमेशा स्कूल के नजदीक सावधनी से वाहन चलाएं ।

पशु

यह चिन्ह दर्शाता है कि वहां सड़क पर पशुओं के भटकने की बहुत संभावनाएं हैं । सड़क पर पशुओं के घूमने से बड़ी दुर्घटनाएं हो सकती हैं क्योंकि यातायात में जानवर के भड़कने का खतरा रहता है । इसलिए, जहां कहीं यह चिन्ह देखें, सावधानी से गाड़ी चलाएं ।

नौका

कुछ स्थानों पर पुल की व्यवस्था किए बिना सड़के नदी के साथ जोड़ी जाती हैं । चूंकि नदी सड़़क को विभाजित करती है इसलिए, नौका सेवा के जरिए इन सड़कों को जोड़ा जाता है । यह चिन्ह दर्शाता है कि वहां नदी पार करने के लिए नौका सेवा उपलब्ध है ।

रक्षित समपार क्रॉसिंग

कई बार रेलवे लाइन सड़क से क्रॉस करते हुए गुजरती है । यह चिन्ह दर्शाता है कि वहां एक रेलवे क्रॉसिंग है, जहां गार्ड सुरक्षा कर रहा है । ड्राइवर को अतिरिक्त सावधानी रखनी चाहिये और तदनुसार वाहन चलाना चाहिऐ । और और दो लाल रंग की पट्टी दर्शाती है कि रेलवे लाइन क्रमानुसार 100 मी. या 200 मी. की दूरी पर है ।

मानवरहित समपार क्रॉसिंग

यह चिन्ह दर्शाता है कि वहां एक रेलवे क्रॉसिंग है, जहां सुरक्षा के लिए कोई गार्ड तैनात नहीं है । ड्राइवर को स्वयं यह सुनिश्चित करने के बाद सावधीनपूर्वक इस अरक्षित रेलवे क्रॉसिंग को पार करना होगा कि निकटवर्ती रेल पटरी पर कोई ट्रेन नहीं आ-जा रही है । एक और दो लाल रंग की पट्टी यह दर्शाती है कि रेलवे लाइन क्रमानुसार 100 मी. या 200 मी. की दूरी पर है ।

पत्थर लुढ़कने की संभावना

तीव्र जलवायु में भूस्खलन के दौरान पहाड़ी रास्तों पर पत्थर/चट्टानें गिरती रहती हैं । यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे के रास्ते पर पत्थर/चट्टानें गिरने का खतरा है । दुर्घटना से बचने के लिए ड्राइवर को सावधानी से वाहना चलाना चाहिए ।

खरतनाक गहरराई

यह चिन्ह आगाह करता है कि आगे के रास्ते पर गहराई है । यह चिन्ह ड़ाइवर को सड़क का गहरा हिस्ता पार करने के लिऐ वाहन की गति धीमी रखने में सहायक होता है ।

उभार या उबड़-खाबड़ सड़क

कुछ स्थानों में सड़क पर एक उभार होता है, जो यातायात को धीमा करने के लिए जान-बूझकर बनाया जाता है । यह चिन्ह ड्राइवर को आगाह करता है कि वह इस उभार को पार करने के लिए वाहन की गति कम करे ।

आगे अवरोध है

कई बार सड़क पथ-कर वसूली केंद/जांच चौकी से होकर गुजरती है । ऐसे स्थानों पर अवरोध देखे जा सकते हैं । यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे की सड़क पर अवरोध है और वहॉं वाहनों को रूकना पड़ेगा ।

मध्य पट्टी में अंतर

यह चिन्ह दर्शाता है कि सड़क के ‘डिवाइडर’ (विभाजक) में एक ‘गैप’ है और वहां यू-टर्न ( वापस मुड़ने) की व्यवस्था की गई है । दुर्घटना से बचने के लिए ड्राइवर को चाहिए कि वह वाहन की गति धीमी करे और संबंधित लेन पर उसे ले जाए ।

चौराहा

यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे के रास्ते पर क्रॉसिंग है । यह चिन्ह सलाह देता है कि वाहन की गति धीमी करें और दोनों तरफ देखते हुए सावधानी से चौराहा पा करें ।

बायी/दाहिनी ओर पार्श्व सड़क

यह संकेत मार्ग देने वाले संकेतों के समूह से है । यह संकेत विशिष्ट दर्शाता है कि वहां दायीं ओर साइड सड़क है । साइड सड़क का प्रयोक्ता यातायात को मार्ग देगा ।

वाई – सड़क संगम

यह सड़क चिन्ह आगे की सड़क की वास्तविक बनावट की जानकारी देता है । यह सड़क दो हिस्सों में विभाजित होकर अंग्रेजी के ‘वाई’ ( y) अक्षर के आकार का है । इससे ड्राइवर को तिराहे पर गाड़ी मोड़ने में मदद मिलती है ।

टी-तिराहा

यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे की सड़क पर अंग्रेजी के ‘T’ अक्षर की तर्ज पर तिराहा (इंटरसेक्शन) है और वहां सीधा रास्ता नहीं जाता है । यातायात को बायी या दायीं ओर मोड़ना होगा । इससे ड्राइवर को अपने रास्ते की योजना बनाने में मदद मिलती है ।

विषम सड़क संगम

यह चिन्ह दर्शाता है कि सीधी सड़क पर बायीं और दायीं ओर मुड़ने के लिए मोड़ उपलब्ध है, जिनके बीच छोटी दूरी है । यह एक चौराहा है जहां सड़़क एक-दूसरे को नहीं काटती है ।

आदमी काम कर रहे हैं

यह चिन्ह दर्शाता है कि सड़क पर मरम्मत या सफाई आदि कार्य चल रहा है व मजदूर कार्य कर रहे हैं । सड़क पर काम कर रहे लोगों की यातायात से सुरक्षा जरूरी है और इसीलिए, सड़क पर मरम्मत स्थल से पहले यह चिन्ह लगाया जाता है । ड्राइवर को चाहिये कि वह धीमी गति से वाहन चलाए और परिवर्तित मार्ग से गुजरते हुये मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करे ।

गोल चक्कर

गोल चक्कर सड़क चौराहे का एक विकल्प होता है । इससे ट्रैफिक लाइन के बिना यातायात का सुगम प्रवाह रखा जा सकता है । यह चिन्ह दर्शाता है कि आगे गोल चक्कर है और गोल चक्कर से पहले ड्राइवर को संबंधित लेन पर गाड़ी चलानी होगी ।

सूचनात्‍मक सड़क चिन्‍ह

इस चिन्हो को लगाने का उद्देश्य सड़क के प्रयोक्ताओं को दिशा, मंतव्य, स्थान, सड़क के किनारे पर सुविधाओं आदि के बारे में जानकारी देना है । सूचनात्मक चिन्हों के अनुसरण से ड्राइवर का समय बचता है और इधर-उधर भटके बिना गंतव्य स्थान तक पहुंचने में मदद मिलती है । आम तौर पर ये चिन्ह ड्राइवर के सफर में मददगार होते हैं । सामान्य तौर पर ये चिन्ह नीले रंग में होते हैं । इन चिन्हों पर दिशा व गंतव्य तक की दूरी भी दर्शायी जाती है ।


अग्रिम मार्गदर्शक गंतव्य चिन्ह

यह चिन्ह उस सड़क पर पड़ने वाले विभिन्न गंतव्यों (स्थानों) की दिशा को इंगित करता है । आम तौर पर चौराहे से पहले यह चिन्ह लगाये जाते हैं ।

गोलचक्कर चौराहे पर अग्रिम गंतव्य का चिन्ह

यह अग्रिम संकेत चौराहों से पूर्व स्थापित किया जाता है जो तीर के चिन्हों से गंतव्य के मार्ग को दर्शाता है जिससे चालक को सही मार्ग के चयन में सहायता मिलती है ।

अग्रिम मार्गदर्शक गंतव्य चिन्ह ( दूरी सहित )

यह चिन्ह उस सड़क पर पड़ने वाले विभिन्न गंतव्यों (स्थानों) की दिशा और उनकी दूरी को इंगित करता है । आम तौर पर चौराहे से पहले ये चिन्ह लगाए जाते हैं ।

दिशा चिन्ह

यह चिन्ह इस पर लिखे गंतव्य/स्थान की दिशा और दूरी दर्शाता है । यह चिन्ह बोर्ड ड्राइवरों द्वारा स्थान को ढूंढने में सहायक होता है । इसलिए, यह उनके समय और ईंधन खपत में बचत करने में बहुत सहायक होता है ।

पुष्टिीकरण चिन्ह

यह चिन्ह ड्राइवर को आश्वस्त करता है कि वह सही रास्ते पर है और यह उस पर लिखे गए स्थानों की दूरी भी दर्शाता है ।

पेट्रोल पम्प

यह सूचनात्मक चिन्ह दर्शाता है कि आगे एक पेट्रोल पम्प है । कई बार इस चिन्ह पर दूरी भी इंगित की जाती है, जो दर्शाता है कि चिन्ह बोर्ड से पेट्रोल पम्प कितनी दूरी पर है ।

अस्पताल

यह चिन्ह इंगित करता है कि आसपास अस्पताल है । इस रास्ते पर गाड़ी चलाते समय ड्राइवर को सतर्क रहना चाहिए और अनावश्यक रूप से हार्न नहीं बजाना चाहिए ।

प्राथमिक उपचार केंद्र

यह चिन्ह दर्शाता है कि आसपास एक प्राथमिक उपचार सुवधिा है जो आपात स्थिति या दुर्घटना के मामले में बहुत उपयोगी साबित होती है । आम तौर पर ये चिन्ह राजमार्गों और ग्रामीण सड़को पर लगाए जाते है ।

भोजन स्थान

यह चिन्ह इंगित करता है कि आसपास भोजन का एक स्थान है । आम तौर पर राजमार्गों और लंबे सफर की सड़कों पर यह चिन्ह देखा जा सकता है ।

अल्पाहार (जलपान)

यह चिन्ह इंगित करता है कि सड़क के नजदीक अल्पाहार की सुविधा उपलब्ध है ।

विश्राम स्थल

सफर के दौरान यह चिन्ह विश्राम के लिए होटल, लॉज या अन्य विश्राम कृह के नजदीक लगाया जाता है । राजमार्गों पर ये चिन्ह देखे जा सकते हैं ।

सूचनात्‍मक सड़क चिन्‍ह
सड़क बंद है

‘‘सड़क बंद है’’ संकेत दर्शाता है कि वहां आगे रास्ता नहीं है । यह संकेत चालक को सूचना प्रदान करता है कि सड़क पर आगे मार्ग नहीं है ।

बस स्टॉप

यह चिन्ह बस स्टॉप को दर्शाता है कि सभी बसें (सार्वजनिक परिवहन) इस स्थान पर रूकेंगी ।

रेलवे स्टेशन

यह चिन्ह रेलवे स्टेशन के स्थान को दर्शाता है ।

सार्वजनिक टेलीफोन

यह चिन्ह सड़क के पास टेलीफोन की उपलब्धता को दर्शाता है ।

आगे सुरंग है

यह संकेत दर्शाता है कि सड़क पर आगे सुरंग है । यह संकेत कई बार सुरंग के नाम तथा उसकी लंबाई को भी दर्शाता है ।

पैदलपथ सबवे

यह चिन्ह पैदलपथ अंडरपास/सबसे को दर्शाता है । इस स्थान पर सड़क पार करने के लिए पैदल यात्रियों को अनिवार्य रूप से इन अंडरपास/सबवे का प्रयोग करना चाहिए ।

दोनों दिशाओ में गाड़ी खड़ी करने की जगह

‘’पार्किंग’’ चिन्ह दर्शाता है कि वहां विशिष्टि प्रकार के वाहन को पार्क करने की अनुमति है । इसलिए, चालक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अपना वाहन सही और प्राधिकृत स्थान पर ही पार्क करे। यह चिन्ह इंगित करता है कि दोनों तरफ वाहन पार्क किए जा सकते हैं ।

साइकिल खड़ी करने की जगह

पार्किंग चिन्ह दर्शाता है कि वहां विशिष्टि प्रकार के वाहन को पार्क करने की अनुमति है । इसलिए, चालक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अपना वाहन सही और प्राधिकृत स्थान पर ही पार्क करे। इसी प्रकार यह चिन्ह भी दर्शाता है कि यह स्थान केवल साइकिल के लिए आरक्षित है ।

साइकिल रिक्शा खड़ा करने की जगह

‘’पार्किंग’’ चिन्ह दर्शाता है कि वहां विशिष्ट प्रकार के वाहन को पार्क करना प्राधिकृत है । इसलिए, चालक को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वह अपना वाहन सही ओर प्राधिकृत स्थान पर ही पार्क करे। इसी प्रकार यह चिन्ह भी दर्शाता है कि यह स्थान केवल साइकिल रिक्शा के लिए आरक्षित है ।

स्कूटर व मोटर साइकिलें खड़ी करने की जगह

‘’पार्किंग’’ चिन्ह दर्शाता है कि वहां विशिष्ट प्रकार के वाहन को पार्क करना प्राधिकृत है । इसलिए, चालक को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि वह अपना वाहन सही और प्राधिकृत स्थान पर ही पार्क करे। इसी प्रकार यह चिन्ह भी दर्शाता है कि यहां केवल स्कूटर और मोटर साइकिल को पार्क किया जाए ।

टैक्सियां खड़ी करने की जगह

‘’पार्किंग’’ चिन्ह दर्शाता है कि वहां विशिष्ट प्रकार के वाहन को पार्क करना प्राधिकृत है । इसलिए, चालक को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि वह अपना वाहन सही और प्राधिकृत स्थान पर ही पार्क करे। इसी प्रकार यह चिन्ह भी दर्शाता है कि यहां केवल टैक्यिों को ही पार्क किया जाए ।

आटो रिक्शा खड़ा करने की जगह

‘’पार्किंग’’ चिन्ह दर्शाता है कि वहां विशिष्ट प्रकार के वाहन को पार्क करना प्राधिकृत है । इसलिए, चालक को यह सुनिश्चित करना चाहिये कि वह अपना वाहन सही और प्राधिकृत स्थान पर ही पार्क करे। इसी प्रकार यह चिन्ह भी दर्शाता है कि यहां केवल ऑटो रिक्श को पार्क किया जाए ।

Guidelines for Vehicle Registration Marks

FORM AND MANNER OF DISPLAY OF REGISTRATION MARKS ON THE MOTOR VEHICLES
(AS PER PROVISIONS U/S 50 CMVR, 1989)

  • The plate shall be a solid unit made of 1.0 mm aluminum conforming to DIN 1745 / DIN 1783 or ISO 7591.
  • Border edges and corners of the plate shall be rounded to avoid injuries to the extent of approx.10 mm and the plates must have an embossed border.
  • The plate shall be suitable for hot stamping and reflective sheet has to be guaranteed for imperishable nature for minimum five years. The first colour of legend and border should be done by hot stamping.
  • The plate should bear the letters “IND” in blue colour on the extreme left centre of the plate. The letter should be one fourth of the size of letters mentioned in rule 51 and should be buried into the foil or applied by Hot stamping and should be an integral part of the plate.
  • Each plate shall be protected against counterfeiting by applying chromium- based hologram, applied by hot stamping. Stickers and labels are not permitted.
  • The plate shall bear a permanent consecutive identification number of minimum seven digits, to be laser branded into the reflective sheeting and hot stamping film shall bear a verification inscription.
  • The size of the plate for different categories of vehicles shall be :
    • For two and three – wheelers 200 x 100 mm
    • For Light Motor Vehicles / Passenger Cars 340 x 200 mm / 500 x 120 mm
    • For medium commercial vehicles, heavy commercial vehicles and Trailer / Combination 340 x 200 mm
  • In the case of motor cycles, the registration marks in the front shall be displayed parallel to the handle bar or on any part of the vehicle including mudguard facing the front instead of, on a plate in line with the axis of the vehicle.
  • The registration mark exhibited at the rear of a transport vehicle shall be affixed to the vehicle on the right hand side at a distance not exceeding 1 mtr from the ground. The registration mark shall also be painted on the right and left side on the body of the vehicle in the case of a transport vehicle.
  • The letters of the registration marks shall be in English and the figures shall be in Arabic numerals and the letters and figures shall be embossed and hot stamped and shall be shown :
    • In black colour on yellow background , in case of transport vehicles
    • In other cases, in black colour on white background
  • The registration mark shall be in two lines, the State code and registering authority code forming the first line and the rest forming the second line, one below the other. In models of vehicles, having no sufficient provision at the rear to exhibit the registration mark in two lines, it shall be sufficient if in such vehicles registration mark is exhibited in a single line.
  • The registration mark on a light motor vehicle may be in the centre with illumination.

ड्राइविंग लाइसेंस कैसे प्राप्‍त करें ?

किसी भी सार्वजनिक स्थान पर मोटर वाहन चलाने के लिए ड्राइविंग लाइसेंस अति आवश्यक और अनिवार्य दस्तावेज है । ड्राइविंग लाइसेंस स्थानीय परिवहन प्राधिकरण द्वारा जारी किया जाता है । ड्राइवर के पास उसके नाम पर वाहन की उस विशेष वाहन श्रेणी का सम्बन्धित लाइसेंस होना जरूरी है, जिसे वह चला रहा है, तभी उसे प्राधिकृत ड्राइवर माना जाएगा ।

वाहन और सारथी: सड़क एवं परिवहन के क्षेत्र में सूचना प्रौद्योगिकी के विकास तथा सम्पूर्ण देश में समरूपता और अन्तर-प्रचालनिकता को सुनिश्चित करने के लिए, सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने स्मार्ट कार्ड आधारित ड्राइविंग लाइसेंस तथा पंजीकरण प्रमाण पत्र जारी करने के लिए केन्द्रीय मोटर वाहन नियम 1989 में प्रावधान किये हैं । मंत्रालय ने एक मानकीकृत सॉफ्टवेयर (पंजीकरण प्रमाणपत्रों के लिए '' वाहन'' तथा ड्राइविंग लाइसेंसों के लिए ''सारथी'') विकसित किया है और यह सॉफ्टवेयर सभी राज्यों को उपलब्ध कराया गया है । सॉफ्टवेयर में आरटीओ का स्वचालन तथा कम्प्यूटरीकरण दोनों शामिल है ताकि दस्तावेजों को जारी करना सम्भव हो सके, जैसे स्मार्ट कार्ड के रूप में ड्राइविंग लाइसेंस तथा पंजीकरण प्रमाण पत्र । आंकड़ों को सुगमता से उपलब्ध कराने के लिए सभी आरटीओ को इसके साथ जोड़ा गया है । मंत्रालय ने इस साफ्टवेयर माध्यमों का प्रयोग करते हुए अभियान पद्धति परियोजना ( मिशन मोड प्रोजेक्ट ) के रूप में ड्राइविंग लाइसेंस तथा पंजीकरण प्रमाण पत्रों के लिए राज्य तथा राष्ट्रीय रजिस्टर के निर्माण की परियोजना भी आरम्भ की है ।


मोटे तौर पर दो प्रकार के ड्राइविंग लाइसेंस होते हैं :

  • प्रशिक्षु लाइसेंस (सीखने वाले का लाइसेंस)
    यह एक अस्थायी लाइसेंस है जो 6 महीने तक के लिए वैध होता है । इसे कतिपय शर्तों के मद्देनजर मोटर वाहन चलाना सीखने के लिए जारी किया जाता है ।
  • स्थायी लाइसेंस
    स्थायी लाइसेंस अंतिम दस्तावेजी प्राधिकार, जो आपको वैध ड्राइविंग के लिए प्राधिकृत करता है । प्रशिक्षु लाइसेंस जारी होने की तारीख से एक महीना पूरा होने पर स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन किया जा सकता है।
  • पात्रता
    ड्राइविंग लाइसेंस के आवेदक की उम्र आवेदन की तारीख के दिन 18 वर्ष होनी चाहिए ( वाणिज्यिक वाहनों के लिए आवेदक की उम्र 20 वर्ष होनी चाहिए और 50 सीसी तक के इंजन क्षमता वाले वाहनों के लिए आवेदक की उम्र 16 वर्ष होनी चाहिए और साथ ही उसके अभिभावक/संरक्षक की सहमति होनी चाहिए ) । आवेदक को पूर्णत: यातायात नियमों और विनियमों से परिचित होना चाहिए ।


प्रशिक्षु (सीखने के लिए) का लाइसेंस कैसे प्राप्त करें ?

प्रशिक्षु लाइसेंस का आवेदन करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज आवश्यक होते हैं :

  1. आवेदन फार्म ( स्थानीय परिवहन प्राधिकरण में उपलब्ध )
  2. निवास प्रमाण पत्र
  3. आयु प्रमाण पत्र
  4. आवेदक के नवीनतम 3 पासपोर्ट साइज फाटोग्राफ
  5. फार्म नं0-1ए में चिकत्सा प्रमाण पत्र
  6. फार्म नं0-1 में चिकित्सा फिटनेस की स्वघोषणा
  7. प्राधिकरण द्वारा तय की गयी अपेक्षित फीस ।

दस्तावेज के सत्यापन के बाद आवेदन की वर्णान्धता (रंग को पहचानने की क्षमता) की जॉच की जाती है । इसके बाद 20 बहु-विकल्पीय सवालों के साथ 20 मिनट का एक टेस्ट आयोजित किया जाता है । इस टेस्ट में पास होने वाले आवेदक को प्रशिक्षु (लर्नर) लाइसेंस जारी कर दिया जाता है । प्राधिकरण एक पुस्तिका भी देता है ताकि प्रशिक्षु लाइसेंस के लिए टेस्ट देने से पहले आवेदक उसे पढ़ सके ।


स्थायी लाइसेंस प्राप्त करना

स्थायी लाइसेंस पाने के लिए :

  1. आवेदक के पास एक वैध लर्नर लाइसेंस होना चाहिए ।
  2. लर्नर लाइसेंस जारी होने की तारीख से 30 दिन के बाद और 180 दिनों के भीतर स्थायी लाइसेंस के लिए आवेदन किया जाना चाहिए ।
  3. आवेदक को ड्राइविंग, यातायात के निमयों , विनियमन और वाहन प्रणाली के बारे में सुपरिचित होना चाहिए ।


आवश्यक दस्तावेज

  1. वैध मूल प्रशिक्षु लाइसेंस (लर्नर लाइसेंस)
  2. फार्म नं0-4 में आवेदन
  3. अपेक्षित फीस
  4. उम्र और निवास का प्रमाण पत्र
  5. एक नवीनतम पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ
  6. वाहन की श्रेणी , जिसके लिए आप लाइसेंस चाहते हैं ।
  7. वाणिज्यिक लाइसेंस के मामले में फार्म नं0-5
दस्तावेज की जॉच के बाद आवेदक का ड्राइविंग टेस्ट लिया जाता है । इसमें ड्राइविंग निपुणताओं, वाहन से परिचित होने, यातायात नियमों एवं विनियमों के बारे में जानकारी को लेकर आवेदक की परीक्षा ली जाती है। यदि आवेदक ड्राइविंग परीक्षा पास कर लेता है तो उसे स्थायी लाइसेंस दिया जाता है । यदि आवेदक असफल रहता है तो वह 7 दिन बाद ड्राइविंग टेस्ट में पुन: भाग ले सकता है ।

Vehicle insurance and registration

Basics of Insurance:


Is insuring vehicle necessary?

It is absolutely necessary to get third party insurance for the vehicle. It is your responsibility to check that insurance cover of the vehicle is always valid.


Which vehicles are insured?

All motor vehicles, light and heavy, are insured.


What risks are covered?

  1. Liability for third party injury/death and third party property.
  2. Loss or damage by accident, fire, lightning, self ignition, external explosion, burglary or theft. Riot and strike; terrorism; earthquake; flood, cyclone and inundation.
  3. On payment of appropriate additional premium, loss/damage to electrical/electronic accessories, PA cover for drivers, insured or any named person, unnamed passengers can also be taken.


What and how much is covered by insurance?

Own Damage

  1. Actual amount spent for repairs/replacement subject to depreciation and sum insured as per survey report.
  2. Garaging and towing charges, depending upon the company's policy.
  3. Damage to tyres (when vehicle is also damaged) - 50 % of cost of replacement
  4. In case of total loss, market value at the time of loss or sum insured whichever is less.


Act Liability

  1. Death or bodily injury to third parties.
  2. Death or bodily injury to any person carried in the car provided they are not insured employees and not carried for hire or reward.
  3. Liability to paid driver.
  4. Third party property damage.
  5. All costs and expenses incurred with company's written consent.


When will policy not pay?

  • Depreciation; wear and tear; mechanical and electrical breakdown; failure or breakage.
  • When the vehicle is being driven by a person not holding a valid driver's license.
  • Drunken driving.


Comprehensive Insurance:

This type of insurance covers all the risks covered in the Motor Vehicles Act, plus loss or damage caused to the vehicle due to:

  • Accident
  • Fire, Explosion, self-ignition, lightning
  • Burglary, theft
  • Riots & strikes
  • Earthquakes
  • Flood, typhoon, hurricane, storm, cyclones
  • Malicious acts
  • Terrorism
  • Transit by rail/road. air, waterways


Exclusions to the Comprehensive Insurance Cover

This insurance does not cover loss or damage caused due to:

  1. Driver being under intoxication
  2. Vehicle being driven by a person not holding a valid driving license.


Third Party Insurance:

Third Party Insurance covers:

  1. Personal injury
  2. Third Party Insurance cover for Personal Injury includes:
    • Liability for death or injury to third parties - this means that you are insured against death or injury (caused by your vehicle) to pedestrians, occupant of other vehicles, and outsiders other than passengers, for unlimited amounts. Passengers of private vehicles and pillion riders are also covered.
    • Liability to employees connected with operation of the vehicle - this means you are insured against death or injury (caused by your vehicle) to the vehicle's drivers, cleaners and conductors.
    • Liability to passengers carried in the vehicle for hire or reward - this means that as an owner of a taxi, bus or auto - rickshaw, you are insured against death or injury (caused by your vehicle) to the passengers

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